रास लीला खेलके, अाये बरारब में ।
तहाँ बात सब जाहिर करी, चला मागर इनसे ।।
Previous
Next
काक चेष्टा, बको ध्यानं, श्वान निंद्रा तथैव च । अल्पाहारी, सदाचारी एतद विद्यार्थिन पंच लक्षणं ।।...read more
Quote Of The Day